सभी प्रकार के पालयुशन की जड़ है मेंटल पालयुशन, अपने मन में सकारात्मक विचारों का प्रवाह करना चाहिए : प्रेम दीदी

करनाल, अभी अभी। प्रजापिता ब्रह्माकुमारीज ईश्वरीय विश्वविद्यालय सेक्टर सात की ओर से विश्व पर्यावरण दिवस उत्साह के साथ मनाया गया। माउंट आबू मुख्यालय से पहुंचे नेशनल कोर्डिनेटर स्पोटर्स विंग राजयोगी डा. जगबीर सिंह ने कहा कि राजनीतिक और सामाजिक जागृति लाने के लिए युनाइटिड आर्गेनाइजेशन ने एक प्रोग्राम बनाया, जिसे केहते हैं युनाइटिड नेशनस एनवायरमेंट प्रोग्राम। उसी के तहत ये आज का दिन मनाया जाता है। एनवायरमेंट पोलयुशन तो है ही इससे ज्यादा खतरनाक हैं मैंटल पालयुशन। एनवायरमेंट से तो नुकसान हो ही रहा है माइंड के अंदर वेस्ट थाटस है। इम्पयुर थॉटस हैं नेगेटिव थॉटस हैं उससे बहुत ज्यादा नुकसान हो रहा है। वास्तव में सबको जानना चाहिए ये ट्रांसफोरमेशन का युग है संगमयुग और सतयुग आने वाला है। मैंटल पालयुशन तो है ही उस के लिए हम राजयोग सीखें, जिससे सकारात्मक एनवायरमेंट बने। जयपुर से पहुंचे बीके जयप्रकाश ने ब्रह्माकुमारीज से जुडऩे के अपने अनुभव बताए। अखिल भारतीय पर्यावरण संरक्षक मंच के प्रधान बहादुर सिंह ने कहा कि हरेक को अपने जीवन में पेड़ लगाने का महत्वपूर्ण कार्य करना चाहिए। हम सभी स्वच्छ वातावरण में रहना चाहते हैं, इसलिए सभी को पौधारोपण करना चाहिए। इस मौके पर आयुष विभाग के प्रमुख डा. अमित पुंज ने कहा कि हमें अपने जीवन में प्राणायाम, व्यायाम, एक्सरसाइज का अभ्यास करना अत्यंत आवश्यक है। जीवन में स्वस्थ रहने के लिए यह जरूरी है। नेशनल कोर्डिनेटर आर्ट एंड कल्चर विंग ब्रह्माकुमारी प्रेम दीदी ने कहा कि सभी प्रकार के पालयुशन की जड़ है मेंटल पालयुशन। हमें अपने मन में सदा सकारात्मक विचारों का प्रवाह करना चाहिए, जिससे हम पर्यावरण संरक्षक बन सकेंगे। हमारी पृथ्वी स्वर्ग बन जाएगी, जहां सदाबहार मौसम होगा। सभी तत्व हमारे अनुकूल चलेंगे। सेवा केंद्र के प्रांगण में पौधोरापण भी किया गया। बालिका मायरा का जन्मदिन मनाया गया। मेहमानों का सिरोपे पहनाकर तिलक लगाकर ईश्वरीय सौगात देकर अभिनंदन किया गया। कार्यक्रम के संचालन में बीके शिखा दीदी, शिविका, आरती व ज्योति का विशेष सहयोग रहा। इस अवसर पर सुशील शर्मा, सुषमा शर्मा, सिमरन चौधरी, छवि चौधरी, विमल मेहता, सुनीता मदान, कैप्टन आरके राणा, महिंद्र संधु एडवोकेट, ललित सरदाना, केके खन्ना, कृष्ण गंभीर, सुरेश मेहता, रमेश कुमार, रामलाल कटारिया, रामनिवास गर्ग, शाम सुंदर परूथी, जयगोपाल अरोड़ा, बिमला नागपाल, नेहा अरोड़ा, गायत्री देसवाल, हरिकृष्ण नारंग आदि मौजूद रहे।