हम भगवान की परीक्षा लेते हैं, वो प्रतीक्षा से मिलते हैं : विजय कौशल महाराज

करनाल, अभी अभी। श्री हरि कथा प्रचार समिति व श्री श्याम परिवार की ओर से मंगलसेन सभागार अंबेडकर चौक में श्री राम कथा महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है। तीसरे दिन श्री रामायण की पूजा करने और व्यास पीठ को नमन करने के बाद कथा सुनाते हुए विजय कौशल जी महाराज ने कहा कि भगवान प्रतीक्षा से ही मिलते हैं। हम भगवान की परीक्षा लेते हैं, वह परीक्षा के विषय नहीं है। वह प्रतीक्षा के विषय हैं और प्रतीक्षा से ही मिलते हैं। उन्होंने कहा कि जिन मंदिरों में माथा टेकने से मनोकामना पूर्ण हो जाती हैं, वहां लोगों की भीड़ ही भीड़ होती है। अपने गली मोहल्लो के मंदिरों में नहीं जाते। यहां तक कि अपने घर में बने मंदिर में भी पूजा अर्चना नहीं करते। उन्होंने कहा ‘जो सोवत है सो खोवत है, जो जागत है सो पावत है’। विजय कौशल जी ने कहा कि हमारे माता पिता भगवान के रूप हैं। आप जिस भी रूप में भगवान के पास जाएंगे, भगवान आपका उदार करेंगे। बशर्ते आप भगवान की शरण में खुद को समर्पित कर दें। भगवान यह नहीं देखते कि अब तक कहां थे और क्या कर रहे थे। ईश्वर यही कहते हैं कि मेरे पास आ गए अब चिंता छोड़ दीजिए। उन्होंने कहा कि वेद अंधकार से प्रकाश की ओर चलने की प्रेरणा देते हैं। दुर्गुणों से छुटकारा पाने के लिए संतों की शरण में जाएं। सदगुणी लोगों के पास बैठोगे तो दुर्गुण छूट जाएंगे। ऐसे लोगों से ही मिलें, जिनके पास बैठ कर कुछ शुभ करने का मन करें। कुसंगति से बचें।
कलयुग केवल नाम अधारा, सुमिर सुमिर नर उतरहिं पारा
विजय कौशल जी महाराज ने कथा सुनाते हुए कहा कि कलयुग केवल नाम अधारा, सुमिर सुमिर नर उतरहिं पारा अर्थात कलियुग में भगवान का नाम ही कल्याण का आधार है। भगवान का सिमरण निरंतर करते रहो। उन्होंने भजन गाते हुए कहा, कृष्ण गोविंद गोपाल गाते चलो, मन के रथ को सुमार्ग लगाते चलो, देखना इंद्रियों के न घोड़ें भगें, इनको संयम के हरदम ही कौड़े लगें। उन्होंने संदेश दिया कि काम करते चलो, नाम जपते चलो, नाम धन का खजाना बढ़ाते चलो।
ये रहे मौजूद
इस अवसर पर अध्यक्ष कैलाश चंद गुप्ता, प्रधान शशि भूषण गुप्ता, कार्यकारी अध्यक्ष घनश्याम गोयल, कार्यकारी अध्यक्ष पंकज गोयल, उपप्रधान अमन बंसल, महासचिव सुनील गुप्ता, सचिव पुनीत मित्तल, कोषाध्यक्ष सुभाष गुप्ता, प्रवीण गोयल, नवदीप मित्तल, डॉ एस.के. गोयल, रामकुमार गुप्ता, आशीष गुप्ता, राजेश गोयल, सतपाल गोयल, विवेक अग्रवाल, अरुण गुप्ता, रमन बंसल, तरुण गुप्ता व डॉ वी. के. अग्रवाल आदि मौजूद रहे।