‘गोपाष्टमी के दिन गाय के पीछे जितना चलेंगे उतने हमारे पाप नष्ट होते चले जाएंगे’

करनाल, अभी अभी। मंदिर माता रामप्यारी सदर बाजार के प्रांगण में वैद्य देवेंद्र बत्तरा जी के सानिध्य में कार्तिक कथा का आयोजन किया जा रहा है। शनिवार को महामंडलेश्वर स्वामी सत्यानंद जी गिरी, संत रिषी कुमार व कथा व्यास पंडित चेतन देव ने अपने प्रवचनों से श्रद्धालुओं को निहाल किया। श्रद्धालुओं को गोपाष्टमी की बधाई देते हुए गायों की सेवा और सुरक्षा करने के लिए प्रेरित किया। इस मौके पर पंडित चेतन देव ने कहा कि एक समय भगवान श्री कृष्ण अपने बाल रूप में बछड़ों को चराया करते थे। उनके साथ खेलते थे। बड़े होकर भगवान के मन में विचार आया कि क्यों न इन गायों को चराया जाए। उसी दिन से गोपाष्टमी मनाने की परंपरा शुरू हुई। उन्होंने कहा कि गोपाष्टमी के दिन गाय के पीछे जितना चलेंगे उतने हमारे पाप नष्ट होते चले जाएंगे। इस दिन राधा कुंड में स्नान करने का भी बड़ा महत्व है। मनोकामनाएं पूर्ण करने के लिए श्री कृष्ण की पूजा करें। पंडित चेतन देव ने कहा कि गायों को हम अपनी माता के रूप में पूजते हैं। हमारा कर्तव्य बनता है कि गायों की नियमित रूप से सेवा करें। उनकी पूजा करें और सुरक्षा के लिए भी हमेशा तत्पर रहें। 11 नवंबर को श्रद्धालुओं का जत्था गंगा स्नान के लिए हरिद्वार रवाना होगा।