चिकित्सकों की हड़ताल से दिल्ली सरकार के अस्पतालों में ओपीडी सेवाएं प्रभावित हुईं
नई दिल्ली। कोलकाता में एक रेजिडेंट डॉक्टर के साथ बलात्कार और उसकी हत्या की घटना के मद्देनजर बेहतर सुरक्षा उपायों की मांग को लेकर चिकित्सकों ने अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू कर दी है जिसके कारण दिल्ली सरकार के विभिन्न अस्पतालों के बाह्य रोगी विभागों में आने वाले मरीजों को सोमवार को बिना चिकित्सकीय परामर्श के लौटना पड़ा। हड़ताल के कारण कुछ लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा। ये मरीज और उनके परिजन राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) के गाजियाबाद, गुरुग्राम और फरीदाबाद शहरों से सुबह पांच बजे से ही कतार में लगने के लिए आ गए थे। बदरपुर बॉर्डर से एलएनजेपी अस्पताल में इलाज के लिए आए मोहम्मद वकील ने कहा, मैं सुबह-सुबह यहां आया हूं। मेरे कान में समस्या है। मरीज (24) ने कहा, मुझे एक सप्ताह बाद आने को कहा गया है क्योंकि चिकित्सक हड़ताल पर हैं। मुझे सलाह दी गई कि मैं समाचारों पर नजर रखूं कि हड़ताल कब खत्म होती है। केंद्र द्वारा संचालित अस्पतालों एम्स, आरएमएल अस्पताल और सफदरजंग अस्पताल सहित दिल्ली के कई अस्पतालों के रेजिडेंट डॉक्टरों ने फेडरेशन ऑफ रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन (एफओआरडीए) के आह्वान पर अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू कर दी है।











































































































































































































































































































































































































































































































































































































































































































































































































































































































































