जीवात्मा और परमात्मा के मध्य संत की भूमिका निभाते हैं हनुमान : साध्वी दिवेशा

करनाल, अभी अभी। श्री कर्णेश्वरम भागवत समिति की ओर से श्री कर्णेश्वर महादेव मंदिर सेक्टर सात में श्री हनुमान जन्मोत्सव के उपलक्ष्य में श्री सुंदरकांड कथा का आयोजन किया गया। बड़ी संख्या में श्रद्धालु हनुमान जयंती मनाने के लिए मंदिर में पहुंचे और विशेष तौर पर लड्डुओं से भोग लगाए गए। एक-दूसरे को श्री हनुमान जन्मोत्सव की बधाइयां दीं। संपूर्ण कार्यक्रम श्री कर्णेश्वरम भागवत समिति के प्रधान हरिप्रकाश गुप्ता की अध्यक्षता में हुआ।
दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान जालंधर से पहुंची साध्वी दिवेशा भारती जी ने श्री सुंदरकांड कथा का सुंदर वर्णन किया। उन्होंने कहा कि हनुमानजी का भाव है अपने मान का, अहंकार का हनन करना। जिनके जीवन में हनुमान जी आते हैं वे उन्हें ईश्वर से मिला देते हैं। भक्तों के दुख हरने वाले संकट मोचन वीर हनुमान एक जीवात्मा और परमात्मा के मध्य संत की भूमिका निभाते हैं। हनुमान जी ने मां सीता की खोज की। इस यात्रा के दौरान उन्होंने अनेक बाधाओं का सामना किया, लेकिन प्रभु की कृपा से वे प्रत्येक बाधा को पार कर जाते हैं। हमें भी ईश्वर ने महान कार्य करने के लिए इस धरा पर भेजा है और वह है प्रभु की भक्ति। जब तक हमारा यह लक्ष्य पूर्ण न हो, हमें भी विश्राम भाव आलस्य का त्याग करना चाहिए। हमारा यह लक्ष्य तभी पूर्ण होगा जब हमारे जीवन में वीर हनुमान जैसे संत आएंगे। तब हम भी विभीषण की तरह प्रभु राम के वास्तविक स्वरूप का भीतर दर्शन कर पाएंगे। साध्वी बहनों के माध्यम से सुमधुर भजनों और चौपाइयों का भी गायन किया गया।
इस अवसर पर विधायक योगेंद्र राणा, मेयर रेणु बाला गुप्ता, भाजपा के प्रदेश महामंत्री एडवोकेट वेदपाल, श्री कर्णेश्वरम भागवत समिति के प्रधान हरिप्रकाश गुप्ता, सचिव पुनीत मित्तल, कैशियर हरबिलास गुप्ता, महाप्रबंधक पंकज गर्ग, विमल बंसल, विकास अग्रवाल, नरसिंह गोयल, प्रवीण गर्ग, नवदीप मित्तल, प्रवीण मित्तल, नीरज गर्ग, अनिल गोयल, सी.पी गोयल व अन्य सदस्य प्रमुख रूप से मौजूद रहे।