भय प्रकट कृपाला, दीन दयाला…हर्षोल्लास से मनाया गया श्री राम जन्मोत्सव

करनाल, अभी अभी। श्री हरि कथा प्रचार समिति व श्री श्याम परिवार की ओर से मंगलसेन सभागार अंबेडकर चौक में श्री राम कथा महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है। सोमवार को श्री राम जन्मोत्सव मनाया गया। दूसरे दिन श्री रामायण की पूजा करने और व्यास पीठ को नमन करने के बाद कथा सुनाते हुए विजय कौशल जी महाराज ने कहा कि श्री राम कथा हनुमान जी का भोजन है, उनकी श्वांस है। उनके प्राण हैं, बिना कथा के हनुमान जी नहीं रह सकते। सौभाग्यशाली लोगों को ही कथा करवाने और कथा सुनने का अवसर मिलता है। उन्होंने कहा कि भगवत इच्छा और भगवत कृपा के बिना व्यक्ति शुभ कार्य कर ही नहीं सकता है। भगवान की कृपा से ही हम दान करने योग्य होते हैं। तीर्थ स्थलों की यात्रा करते हैं। उन्होंने कहा कि काम, क्रोध और लोभ ऐसे तीन र्दुगुण हैं, जो मनुष्य का पतन करते हंै। विजय कौशल जी महाराज ने कहा कि भगवान का नियम है कि जो मनुष्य अच्छा व बुरा कर्म सब उनको अर्पित करके करेगा भगवान हर परिस्थिति में उसकी रक्षा करते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि जो व्यक्ति बिना पश्रिम बिना मेहनत के सम्पत्ति को डबल ट्रिपल करना चाहते हैं वो ठगी में फंस जाते हैं। बरकत मेहतन से ही होती है। चुटिकयों से, ताबिजों से कभी बरकत नहीं होती। उन्होंने कहा कि अपने घर को तीर्थ बनाने का प्रयास करें। स्वयं को तीर्थ स्थलों से जोड़ कर रखें ताकि जीवन में कभी अंधकार न हो, प्रकाश ही प्रकाश हो। विजय कौशल जी ने यह भी बताया कि भजन करने वाले व्यक्ति को किस तरह का भोजन ग्रहण करना चाहिए। ऐसे व्यक्ति को पत्ते वाली सब्जियां, कंद वाली सब्जियां और फल ग्रहण करने चाहिएं। फल मौसम के अनुसार ही खाएं। भोजन का प्रभाव मन, बुद्धि और शरीर पर पड़ता है।
भय प्रकट कृपाला, दीन दयाला
सोमवार को श्री राम जन्मोत्सव हर्षोल्लास से मनाया गया। कथा सुनने पहुंचे श्रद्धालुओं में उत्साह का माहौल दिखा। बधाई गीत गाए गए। आयोजकों की ओर से खिलौने और टॉफियां प्रसाद के रूप में बांटी गई। सभी एक साथ बोलते नजर आए भय प्रकट कृपाला, दीन दयाला। एक-दूसरे को श्री राम जन्म की बधाइयां दी गई।
ये रहे मौजूद
इस अवसर पर अध्यक्ष कैलाश चंद गुप्ता प्रधान शशि भूषण गुप्ता, कार्यकारी अध्यक्ष घनश्याम गोयल, कार्यकारी अध्यक्ष पंकज गोयल, उपप्रधान अमन बंसल, महासचिव सुनील गुप्ता, सचिव पुनीत मित्तल, कोषाध्यक्ष सुभाष गुप्ता, प्रवीण गोयल, नवदीप मित्तल, डॉ एस.के. गोयल, रामकुमार गुप्ता, आशीष गुप्ता, राजेश गोयल, सियाराम, देसराज, सतपाल गोयल, रामप्रताप मित्तल व तरुण गुप्ता आदि मौजूद रहे।