फारूक अहमद ने बीसीबी के नए अध्यक्ष के रूप में कार्यभार संभाला
ढाका। पूर्व क्रिकेटर और मुख्य चयनकर्ता फारूक अहमद को नजमुल हसन पापोन की जगह बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड (बीसीबी) का नया अध्यक्ष नियुक्त किया गया है। बीसीबी ने बुधवार को एक आपात बैठक की जिसमें 58 वर्षीय अहमद को अध्यक्ष चुना गया। नजमुल हसन ने देश में व्याप्त राजनीतिक अशांति के बाद अपने पद से इस्तीफा दे दिया था और वह अभी अपनी पत्नी के साथ लंदन में हैं। उनका बीसीबी अध्यक्ष के रूप में यह चौथा कार्यकाल था। नजमुल हसन 2009 से शेख हसीना की अगुवाई वाली पार्टी अवामी लीग के सांसद थे। उन्होंने 16 अन्य निदेशकों के साथ पांच अगस्त को ढाका छोड़ दिया था। बांग्लादेश में व्याप्त अशांति के बीच शेख हसीना की सरकार को बर्खास्त कर दिया गया थाऔर उसकी जगह अंतरिम सरकार ने कामकाज संभाला ‘क्रिकबज’ के अनुसार फारूक ने कहा,‘‘मैंने पहले चयनकर्ता के पद से इस्तीफा दे दिया था क्योंकि मैंने इस व्यवस्था का विरोध किया था। अब मेरा लक्ष्य एक ऐसी प्रणाली बनाना है जो बोर्ड को सुचारू रूप से चला सके। फारूक ने 1988 और 1999 के बीच बांग्लादेश के लिए सात वनडे मैच खेले। उन्होंने दो बार (2003 से 2007 और 2013 से 2016 तक) बीसीबी के मुख्य चयनकर्ता के रूप में भी काम किया। उन्होंने चयन प्रक्रिया पर असहमति के बाद अपना दूसरा कार्यकाल पूरा किए बिना ही इस्तीफा दे दिया था। इस बीच राष्ट्रीय खेल परिषद (एनएससी) ने जलाल यूनुस और अहमद सज्जादुल आलम की जगह अहमद और एक प्रमुख स्थानीय कोच नजमुल आबेदीन को अपना नया निदेशक नियुक्त किया। बांग्लादेश की अंतरिम सरकार ने स्टार क्रिकेटर और अवामी लीग के विधायक शाकिब अल हसन को पाकिस्तान के खिलाफ दो टेस्ट मैच की श्रृंखला में खेलने की अनुमति दे दी लेकिन फारूक ने कहा कि वह इस ऑल राउंडर की स्थिति पर चर्चा करेंगे। उन्होंने कहा,,‘‘हम शाकिब की स्थिति पर चर्चा करेंगे और यह भी देखेंगे कि क्या वह मौजूदा परिस्थितियों में खेलना जारी रख सकते हैं। हम दौरे के दौरान खिलाडिय़ों के आचरण के संबंध में नियमों को जोडऩे पर भी विचार कर रहे हैं।’’ बीसीबी अध्यक्ष ने चंडिका हथुरुसिंघा को राष्ट्रीय टीम के मुख्य कोच के रूप में बरकरार नहीं रखने पर भी अपना रुख दोहराया। उन्होंने कहा, ‘‘मुझे चंडिका हथुरुसिंघा के साथ अनुबंध के बारे में विस्तार से पता नहीं है लेकिन इस बारे में मेरी राय पहले की तरह ही है। मैंने पहले जो कहा था, मैं अब भी उस पर कायम हूं।’’ फारूक ने कहा था कि अगर वह अध्यक्ष बनते हैं तो श्रीलंका के इस पूर्व क्रिकेटर की सेवाएं समाप्त कर देंगे।











































































































































































































































































































































































































































































































































































































































































































































































































































































































































