कर्मों का फल हर व्यक्ति को भुगतना पड़ता है, भगवान को भी भुगतना पड़ा था : विजय कौशल महाराज

करनाल, अभी अभी। श्री हरि कथा प्रचार समिति व श्री श्याम परिवार की ओर से मंगलसेन सभागार अंबेडकर चौक में श्री राम कथा महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है। चौथे दिन श्री रामायण की पूजा करने और व्यास पीठ को नमन करने के बाद कथा सुनाते हुए विजय कौशल जी महाराज ने कहा कि पिछले जन्मों में किए गए पुण्य और पाप कर्म हर व्यक्ति को भुतने पड़ते हैं। भगवान श्री राम और भगवान श्री कृष्ण को भी भुगतने पड़े थे। श्री कृष्ण के पिता और राम के पिता ने कर्मों के फलों को भोगा था। उन्होंने कहा कि किसी आशीर्वाद, किसी पूजा, किसी अनुष्ठान से या किसी भी दान से कर्मों का फल भोगने से बचा नहीं जा सकता। अपना भविष्य सुधारने और भावी पीढिय़ों को अच्छे संस्कार देने के लिए निरंतर राम नाम का जाप करें। विजय कौशल जी महाराज ने कहा कि भगवान को भजन गाकर सुनाइए। उन्होंने कहा कि वर्तमान में किशोर अवस्था विकृृत हो रही है। इससे जवानी ध्वस्त हो जाती है और बुढ़ापा बर्बाद हो जाता है। किशोर किशोरियों पर नियंत्रण मुश्किल हो गया है। अपने बच्चों को अच्छे संस्कार देने का प्रयास करें। उन्हें अध्यात्म के मार्ग पर चलाएं। विजय कौशल जी महाराज ने भक्ति के तीन सूत्र बताए और कहा कि भक्ति धीरे-धीरे की जाती है, भजन को धीरे-धीरे आगे बढ़ाइए। सज्जनों की मित्रता धीरे धीरे बढ़ती है और भविष्य संवार देती है। दुष्टतों की मित्रता बाद में गला काटी हो जाया करती है। उन्होंने कहा कि भजन की सुरक्षा के लिए कुछ नियम बनाइए। आहार व्यवहार पर नियंत्रण रखिए।
श्री राम विवाह उत्सव मनाया
बुधवार को श्री राम विवाह उत्सव मनाया गया। विजय कौशल जी महाराज ने सीता स्वयंवर और धनुष भंग का वर्णन किया। पूरा मंगलसेन सभागार जय श्री राम के जयकारों से गंूज उठा। श्री राम विवाह की बधाइयां सभी ने एक-दूसरे को दी। प्रसाद के रूप में मिठाइयां वितरित की गई।
ये रहे मौजूद
इस अवसर पर अध्यक्ष कैलाश चंद गुप्ता, प्रधान शशि भूषण गुप्ता, कार्यकारी अध्यक्ष घनश्याम गोयल, कार्यकारी अध्यक्ष पंकज गोयल, उपप्रधान अमन बंसल, महासचिव सुनील गुप्ता, सचिव पुनीत मित्तल, कोषाध्यक्ष सुभाष गुप्ता, संजय बंसल, नवदीप मित्तल, डॉ एस.के. गोयल, रामकुमार गुप्ता, आशीष गुप्ता, सुनील, आशीष, अजय, जगमोहन व राज कुमार गोयल आदि मौजूद रहे।