हरियाणा में हड़ताल पर गए क्लर्क, 35400 की कर रहे हैं मांग
करनाल, अभी अभी। हरियाण के तमाम सरकारी विभागों में कार्यरत लिपिक हड़ताल पर चले गए हैं। अभी यह चेतावनी हड़ताल तीन दिन जारी रहेगी। इसके बाद भी सरकार ने सुनवाई नहीं की तो हड़ताल को अनिश्चितकाल के लिए बढ़ा दिया जाएगा। क्लेरिकल एसोसिएशन वेलफेयर सोसायटी हरियाणा ने 15 से 22 जुलाई तक करनाल में प्रदेश स्तरीय धरना देकर अपनी आवाज बुलंद की थी। इसके बाद चंडीगढ़ में लिपिकों के प्रतिनिधिमंडल को बातचीत के लिए बुलाया गया। खेद की बात रही कि वार्ता के लिए बुलाने के बावजूद कोई बातचीत नहीं की गई। इससे लिपिकों में रोष बढ़ता गया। सोमवार से पूरे हरियाणा में हड़ताल शुरू कर दी गई। करनाल में लिपिक जिला सचिवालय के सामने धरने पर बैठ गए। धरने की अध्यक्षता एसोसिएशन के करनाल जिला प्रधान प्रदीप प्रजापति ने की।
शाम को धरना स्थल पर पहुंचे राज्य प्रधान बलजीत जूण, राज्य महासचिव सतीश ढाका व उपप्रधान अनिल ग्रेवाल ने कहा कि सरकार से बातचीत व समझौता हुआ, लेकिन सरकार द्वारा उनकी 35400 वेतनमान सहित अन्य मांगों की तरफ कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा। इसके चलते उनका सब्र अब जवाब दे गया है तथा लिपिक वर्गीय कर्मचारियों ने प्रदेशव्यापी हड़ताल करने का ऐलान किया है। उन्होंने कहा कि पिछली सरकार ने 35400 वेतनमान देने की बात कही थी, मगर नहीं दिया। उसी समय मौजूदा भाजपा सरकार ने भी वेतन विसंगति दूर करने की बात कही थी, मगर भाजपा अपने वादे से मुकर गई। इसके चलते लिपिक वर्गीय कर्मचारियों में रोष है। जिला प्रधान प्रदीप प्रजापति ने कहा कि सरकार की तरफ से पांच अगस्त तक मांग माने जाने का आश्वासन दिया था, लेकिन अब तक सरकार की तरफ से कोई सकारात्मक जवाब नही आया। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि इस बार भी सरकार ने कोई ठोस फैसला नहीं लिया तो बड़ा आंदोलन शुरू किया जाएगा। एसोसिएशन नेताओं ने कहा कि कर्मचारी विरोधी भाजपा को सत्ता से बाहर का रास्ता दिखाने का काम भी लिपिक करेंगे।
इस अवसर पर उपप्रधान प्रदीप शर्मा, जिला खजांची अक्षय पाल, वरिष्ठ उपप्रधान अशोक कुमार, कानूनी सलाहकार तेज प्रकाश व वरिष्ठ ऑडिटर परमजीत सिंह ने धरने पर बैठे लिपिकों को संबोधित किया।











































































































































































































































































































































































































































































































































































































































































































































































































































































































































