भागीरथ ने तपस्या कर गंगा को अपने पूर्वजों के कल्याण के लिए बुलाया था

करनाल, अभी अभी। मंदिर माता रामप्यारी सदर बाजार के प्रांगण में वैद्य देवेंद्र बत्तरा जी के सानिध्य में कार्तिक कथा का आयोजन किया जा रहा है। शुक्रवार को महामंडलेश्वर स्वामी सत्यानंद जी गिरी, संत रिषी कुमार व कथा व्यास पंडित चेतन देव ने अपने प्रवचनों से श्रद्धालुओं को निहाल किया। स्वामी सत्यानंद जी ने कहा कि ईश्वर की कृपा जब होती है तो मनुष्य का कल्याण हो जाता है। निरंतर ईश्वर का सिमरण करें। पंडित चेतन देव ने गंगा का महत्व बताया। उन्होंने कहा कि गंगा को हम अपनी मां के रूप में पूजते हैं। गंगा में स्नान करने से सभी पाप मिट जाते हैं। मनुष्य पवित्र हो जाता है। उन्होंने कहा कि भागीरथ ने तपस्या करने के बाद गंगा को अपने घर तक अपने पूर्वजों के कल्याण के लिए बुलाया था। गंगा मां से आग्रह किया कि आप मेरे पूर्वजों का कल्याण करें। उन्होंने श्रद्धालुओं से कहा कि अपने विचारों और चरित्र को शुद्ध रखें। गुरु के आदेश का पालन करने से कल्याण होता है। 11 नवंबर को श्रद्धालुओं का जत्था गंगा स्नान के लिए हरिद्वार रवाना होगा।